चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥ जगकर्ता जगभर्ता जगसंहारकर्ता ॥ ॐ जय शिव…॥ धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥ अर्थ: हे भोलेनाथ आपको नमन है। जिसका ब्रह्मा आदि देवता भी भेद न जान सके, https://shiv-chalisa-lyrics77271.blogdun.com/30325718/everything-about-shiv-chalisa-lyrics-in-english